डीएम-डीआईजी के छापे से खुले हरिद्वार जेल के राज! इन कुख्यात अपराधियों को जेल में मिल रहीं थीं लग्जरी सुविधाएं

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उत्तराखंड के हरिद्वार जिला जेल में वेस्ट यूपी के कुख्यात सुनील राठी और भूमाफिया यशपाल तोमर को लग्जरी सुविधाएं मिलने की चर्चाओं के बीच शनिवार देर रात जेल में दो बार छापेमारी की गई। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय के छापे के बाद देहरादून से यहां पहुंचे डीआईजी कृष्ण कुमार वीके ने जेल को आधी रात तक खंगाला। बैरकों की तलाशी लेने के साथ सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। कुख्यात सुनील राठी और यशपाल तोमर की बैरकों में भी छानबीन की गई लेकिन आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई। इधर, जेल में छापे को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं बनी हुई है। हरिद्वार जेल में वेस्ट यूपी के बागपत का रहने वाला भू माफिया यशपाल तोमर करीब नौ माह से बंद है। ज्वालापुर की चर्चित और विवादित 56 बीघा जमीन मामले में एसटीएफ उत्तराखंड ने उसे नोएडा से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद करोड़ों की विवादित जमीनों पर कब्जों के मामले में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान आदि राज्यों में भी यशपाल के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए।

उत्तराखंड के कई अफसरों के परिजनों के नाम भी मुकदमे सामने आ चुके हैं। जेल में यशपाल तोमर की पहचान हाइप्रोफाइल कैदी के रूप में होती है। उधर, चंद दिन पूर्व दिल्ली की तिहाड़ जेल से कुख्यात सुनील राठी को भी यहां शिफ्ट किया गया। पिछले कई दिन से ऐसी चर्चाएं बनी हुई थी कि जेल के अंदर राठी और तोमर लग्जरी सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। उनकी जरूरत की हर वस्तु मुहैया कराई जा रही है। दोनों अपनी मर्जी से किसी भी वक्त कहीं भी आते-जाते हैं। यही नहीं मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी कर रहे हैं। इस तरह की चर्चाओं की जानकारी शासन-प्रशासन को हुई। शनिवार रात करीब आठ बजे जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय जेल पहुंचे। डीएम ने अपनी मौजूदगी में बैरकों की तलाशी कराई लेकिन मोबाइल फोन या कोई अन्य प्रतिबंधित चीज नहीं मिली। इसके बाद देर रात 12 बजे डीआईजी जेल कृष्ण कुमार वीके देहरादून से जेल पहुंच गए। डीआईजी जेल ने फिर से एक-एक कर बैरकों को खंगाला। बाकायदा सुनील राठी और यशपाल तोमर की बैरकों को गहनता से चेक किया। सीसीटीवी कैमरे भी देखे। जेल अधीक्षक मनोज आर्य से भी जानकारी लेने के बाद डीआईजी लौट गए। जेल के वरिष्ठ अधीक्षक मनोज आर्य ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि निरीक्षण के दौरान सब ठीक पाया गया।

जिला जेल पहले कई बार सुर्खियों में आ चुकी है। कई हाई प्रोफाइल हत्याओं की साजिश जेल की दीवारों के पीछे बैठकर रची गई है। पूर्व में कई मोबाइल हरिद्वार जेल कैंपस से बरामद हो चुके हैं। कुछ समय पूर्व हरिद्वार जेल के अंदर से ही एक कैदी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था। आधा दर्जन से अधिक मोबाइल फोन भी हरिद्वार जेल कैंपस से रिकवर हुए थे।


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