धर्मांतरण क़ानून को साधु-संतों का मिला खुला समर्थन

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उत्तराखंड सरकार के धर्मांतरण पर सख्त कानून बनाने की पहल को साधु-संतों का खुलकर समर्थन मिला रहा है. धर्म नगरी हरिद्वार के जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा है कि इस कानून से पूरे देश का संत समाज खुश है। धर्मांतरण रोकने के लिए सीएम धामी एक सख्त कानून लेकर आए हैं। वासुदेवानंद महाराज ने कहा कि सीएम ने जबरन धर्मांतरण पर प्रतिबंध दिया है। यह देश एवं समाज के लिए लाभकारी  है। स्वामी परमात्मानंद ने कहा कि जो लोग बल से या कपट स धर्मांतरण करते हैं वह सबसे बड़ा पाप है। उत्तराखंड सरकार ने यह कानून पास करके नया उदाहरण दिया है। शंकराचार्य राज राजेश्वराश्रम महाराज ने भी सीएम धामी के दूरदर्शी कदम की सराहना की।  वहीं साध्वी प्राची ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में सीएम धामी ने सुंदर निर्णय लिया है। यह उत्तराखंड सरकार की बहुत अच्छी पहल है।

उत्तराखंड विधानसभा में धर्मांतरण पर रोक संबंधित कानून के पास होने पर ट्विटर पर भी मुख्यमंत्री धामी का नाम ट्रेंड करने लगा। ट्विटर पर गुरुवार को धर्म रक्षक धामी टॉप ट्रेंड पर रहा। धर्मांतरण कानून के पास होने पर सोशल मीडिया पर भी सीएम पुष्कर सिंह सुर्खियों में बने रहे। विधानसभा में बुधवार को ही धर्मांतरण पर रोक संबंधित कानून पास हुआ। इस कानून को सत्ता पक्ष की ओर से यूपी से भी सख्त बताया जा रहा है।
वही इस कानून के बाद उत्तराखंड में जबरन धर्मांतरण पर सख्त सख्त कार्रवाई का प्रावधान रखा गया है। कानून पास होते ही सोशल मीडिया पर ताबड़तोड़ धर्मरक्षक धामी पोस्ट होते रहे। सरकार इस धर्मांतरण कानून को एक बड़ी उपलब्धि बता रही है। संत समाज ने भी इसका स्वागत किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी कह चुके हैं कि किसी भी स्थिति में जबरन धर्मांतरण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पहाड़ की डेमोग्राफी से किसी को भी छेड़छाड़ की इजाजत नहीं दी जाएगी।


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