कहने को यह शब्द महज आत्म है मगर क्या वाकई आत्महत्या में केवल एक ही जिंदगी की मौत होती है? पल भर में जिंदगी खत्म हो जाती है मगर उसके बाद क्या? आत्महत्या केवल आत्म नहीं होती। आवेश में आकर अपनी जिंदगी खत्म करने के साथ लोग अपने परिजनों की उम्मीदें भी तोड़ देते हैं। खासकर कि युवावर्ग लगातार जिंदगी से तंग आ कर जिंदगी खत्म कर रहा है। जवान छोड़िए अब छोटी उम्र के बच्चे भी सुसाइड जैसा घातक कदम उठा कर जान दे रहे हैं। सही मायनों में जिंदगी शुरू करने से पहले ही युवावर्ग स्यूसाइड जैसा कदम उठा रहे हैं। आवेश में आकर युवावर्ग द्वारा आत्महत्या जैसा कदम उठाना बेहद चिंताजनक है। रुड़की में भी एक जिंदगी का अंत में कुछ ऐसे ही हुआ।
आज के दौर में हल्की कहासुनी को भी दिल से लगा लेते हैं और आत्मघाती कदम उठा लेते हैं ऐसा ही मामला रुड़की में सामने आया है। यहां दो बहनों में किसी बात को लेकर थोड़ी बहुत नोकझोंक हुई। इसके बाद बड़ी बहन ने आत्महत्या कर ली। भगवानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में 17 वर्षीय एक किशोरी ने आत्महत्या की कोशिश की। किशोरी की तबीयत बिगड़ने पर परिजनों में हड़कंप मच गया। परिजनों ने आनन-फानन में किशोरी को एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया। अस्पताल में उपचार के दौरान किशोरी की मौत हो गई। किशोरी की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। साथ ही पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक भगवानपुर थाना क्षेत्र के सरठेड़ी शाहजहांपुर गांव निवासी अशोक कुमार की बहन की छोटी बहन से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। जिसके बाद किशोरी ने किसी पदार्थ का सेवन कर लिया संदिग्ध पदार्थ का सेवन करने के बाद किशोरी की हालत बिगड़ने लगी। आनन-फानन में परिजन किशोरी को गंभीर अवस्था में एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए ले गए। अस्पताल के डॉक्टरों ने किशोरी की हालत को गंभीर मानते हुए सहारनपुर के लिए रेफर कर दिया। बताया गया कि सहारनपुर ले जाते समय रास्ते में किशोरी ने दम तोड़ दिया। वहीं किशोरी की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है और मामले की छानबीन में जुट गई है। हालांकि किशोरी के परिजनों का कहना है कि घर में दोनों बहनों में किसी बात को लेकर हल्की-फुल्की सी कहासुनी हुई थी। लेकिन उसके बाद दोनों बहनें खुश थीं।परिजनों का कहना है कि घर में इतना बड़ा कोई मामला नहीं हुआ जिस पर ऐसा कदम उठाया जाए।