”देखो अपना देश” पहल: पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड-गोवा के बीच साइन हुआ एमओयू

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उत्तराखंड और गोवा सरकार ने केंद्र की ”देखो अपना देश” पहल के तहत पर्यटन के क्षेत्र में नए आयामों को बढ़ावा देने के लिए एमओयू साइन किया है। इसको लेकर देहरादून में मुख्यमंत्री आवास पर एक कार्यक्रम रखा गया था, जिसमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खौंटे भी मौजूद रहे।पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गोवा-उत्तराखंड के बीच MoU साइन हुआ। इस एमओयू का मकसद न सिर्फ पर्यटकों की संख्या बढ़ाना है बल्कि पर्यटन सुविधाओं को विकसित भी करना है। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक पल है। जो पहल उत्तराखंड और गोवा ने की है, वो अन्य राज्यों को भी प्रेरित करेगी। इसी के साथ देहरादून और गोवा के बीच 23 मई से सीधी फ्लाइट शुरू की गई है। दोनों राज्यों के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। उन्हें आने-जाने में आसानी होगी। साथ ही इससे दोनों राज्यों में पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। इस फ्लाइट से सागर से हिमालय के दर्शन का भी अवसर पर्यटकों को मिलेगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खौंटेसीएम ने कहा कि इस एमओयू के बाद न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि दोनों राज्यों की सांस्कृतिक विरासत को जानने में भी मदद मिलेगी। दरअसल उत्तराखंड और गोवा दोनों छोटे राज्य पर्यटन प्रधान हैं। ऐसे में दोनों राज्य आपसी तालमेल बनाकर तमाम अवसरों का लाभ उठा सकते हैं। साथ ही समस्याओं का निस्तारण भी कर सकते हैं.सीएम ने कहा कि पर्यटन की लिहाज से पूरा उत्तराखंड ही एक डेस्टिनेशन है। पर्यटन के साथ एडवेंचर टूरिज्म समेत अन्य पर्यटन गतिविधियों की भी प्रदेश में तमाम संभावनाएं हैं। यही वजह है कि सरकार पर्यटन की दृष्टि से विभिन्न क्षेत्रों को विकसित करने की दिशा में काम कर रही है।

वहीं गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खौंटे ने भी गोवा और उत्तराखंड बीच हुए इस एमओयू को ऐतिहासिक बताया है। साथ ही कहा कि इससे दोनों राज्यों के पर्यटन क्षेत्र में बड़ी वृद्धि होगी। यही नहीं गोवा में तमाम तरह के पर्यटन स्थलों को बढ़ावा मिल रहा है। हालांकि गोवा की जीडीपी का एक बड़ा हिस्सा पर्यटन है। गोवा में 35 फीसदी से अधिक रोजगार पर्यटन से पैदा होते हैं। बीते सालों में गोवा में पर्यटन बढ़ा है। हालांकि कोरोना काल के बाद पर्यटकों के व्यवहार में भी बदलाव आया है। साथ ही कहा कि गोवा सरकार ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म के विजन पर कार्य कर रही है। ऐसे में दोनों राज्य आपसी समन्वय बनाकर अपने क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा दे सकते हैं। वर्तमान समय में गोवा सन सेंड और सी के सिद्धांत से भी काफी आगे बढ़ गया है। साहसिक पर्यटन इको टूरिज्म, आध्यात्म पर्यटन, वेलनेस टूरिज्म और हेरिटेज टूरिज्म समेत तमाम अन्य क्षेत्रों पर गोवा सरकार काम कर रही है। ऐसे में उत्तराखंड, गोवा सरकार के साथ मिलकर पर्यटन के क्षेत्र में और अधिक कार्य कर सकता है।


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