खतरे में उत्तरकाशी! मस्ताड़ी गांव में लगातार धंस रही है जमीन

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उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर लगातार जारी है। बारिश अब आफत लेकर आ रही है। नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं, भूस्खलन के चलते मार्ग बंद हैं। लैंडस्लाइड जानलेवा भी साबित हो रही है। केदारनाथ यात्रा पर भी इस बारिश का असर देखने को मिल रहा है। प्रदेश में मौसम का मिजाज अभी और खराब होने वाला है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के छह जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है। देहरादून, नैनीताल, टिहरी, पिथौरागढ़, चंपावत और बागेश्वर में भारी वर्षा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं। बता दें कि कोटद्वार व आसपास के क्षेत्रों में बीती शाम से रूक-रूक कर बारिश जारी है। एनएच पर बरसाती गदेरे के उफान पर आने के कारण वहां संचालन में परेशानी हो रही है। अन्य नदियों में भी जल स्तर बढ़ गया है। उत्तरकाशी के गंगोत्री-राष्ट्रीय राजमार्ग पर मनेरी और धरासू के पास भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन से मार्ग अवरुद्ध हुआ है। इन स्थानों पर पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं। यहां जाने वाले लोगों को चेतावनी दी गई है। उत्तरकाशी के मस्ताड़ी गांव में लगातार भूधंसाव हो रहा है। ग्रामीण भूधंसाव को लेकर काफी चिंतित हैं। गत बुधवार की रात को भी मस्ताड़ी गांव में भूधंसाव हुआ है। इसको लेकर ग्रामीणों ने आपत बैठक गांव में बुलाई। जिसमें ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों से कहा कि शुक्रवार को जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला से मिलने के लिए ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल जाएगा। अगर प्रशासन ने ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से नहीं लिया तो ग्रामीण भूख हड़ताल करने के लिए विवश हो जाएंगे।


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