कांवड़ यात्रा 2023: बाहरी राज्यों से आने वाले हर कांवड़ यात्री को साथ लाना होगा ये दस्‍तावेज, वरना नहीं मिलेगा प्रवेश

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धर्मनगरी हरिद्वार में चार जुलाई से शुरू होने वाले कांवड़ मेला को लेकर पुलिस-प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। इस बार कांवड़ में सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैफिक पुलिस-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। क्योंकि उम्मीद की जा रही है कि इस बार की कांवड़ यात्रा में तीन करोड़ से ज्यादा लोग आ सकते हैं। वहीं पुलिस की तरफ से साफ किया है कि बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में पहचान पत्र लेकर आएं।

अगले महीने धर्मनगरी हरिद्वार में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड पुलिस-प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। इस बार उम्मीद है कि तीन करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में गंगा जल लेने हरिद्वार पहुंचेंगे। यही कारण है कि पुलिस अभी से सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम में जुट गई है। उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और चंडीगढ़ इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारियों के साथ अन्तर्राज्यीय समन्वय बैठक की। खास बात यह है कि इस बार कांवड़ियों के लिए पहचान पत्र साथ लेकर चलना अनिवार्य किया गया है। देहरादून पुलिस मुख्यालय पर सीआरपीएफ, आईआरबी, आईबी समेत तमाम राज्यों के पुलिस के अधिकारियों ने कांवड़ मेले की तैयारियों पर चर्चा की। इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए ताकि कावड़ मेले को बेहतर तरीके से संपन्न कराया जा सके। उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों के पुलिस अधिकारी इस बैठक में मौजूद थे। बैठक के दौरान वैसे तो कई फैसले लिए गए लेकिन इसमें सबसे महत्वपूर्ण फैसला कांवड़ियों के पहचान पत्र को लेकर था। दरअसल कोआर्डिनेशन बैठक के दौरान यह स्पष्ट किया गया कि इस बार कावड़ यात्रा में आने वाले कांवड़ियों को अपना पहचान पत्र साथ रखना होगा ताकि चेकिंग के दौरान कांवड़िए पुलिस को अपना पहचान पत्र दिखा सकें। इस दौरान ट्रैफिक प्लान पर भी चर्चा की गई और कांवड़ मेले में आने वाले कांवड़ियों के वाहनों की ऊंचाई 12 फीट से कम रखने का भी फैसला लिया गया। हालांकि कांवड़िए इस बार भी अपने वाहनों में डीजे का प्रयोग कर सकेंगे लेकिन पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह का हुड़दंग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान चारधाम यात्रियों से भी यह अनुरोध किया जाएगा कि वह हरिद्वार और ऋषिकेश रूट पर न आएं ताकि उन्हें ट्रैफिक की समस्याओं से दो-चार ना होना पड़े अशोक कुमार ने कहा कि यात्रियों को सहारनपुर से देहरादून होते हुए चारधाम यात्रा के लिए जाना बेहतर होगा क्योंकि हरिद्वार रोड पर कांवड़ियों की ज्यादा संख्या होने के कारण ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान इस पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और सभी जगहों की मॉनिटरिंग की जाएगी। बता दें कि कांवड़ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए इस बार उत्तराखंड ने केंद्र से पैरामिलिट्री फोर्स भी मांगी है। हरिद्वार कांवड़ मेला चार जुलाई से शुरू होने जा रहा है. पुलिस इस बार जो अनुमान लगा कर चली है उसके मुताबिक इस बार की कांवड़ यात्रा में तीन करोड़ के करीब श्रद्धालु पहुंचेंगे जो उत्तराखंड की जनसंख्या के करीब दो गुणा ज्यादा होंगे। ऐसे में पुलिस-प्रशासन के लिए सुरक्षा व्यवस्था बड़ी चुनौती होगी।


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