10 फरवरी को उत्तराखंड की 70 विधानसभाओं का चुनावी रिजल्ट घोषित हुआ जिसमें कई बड़े-बड़े नेताओं की चुनावी पारी ही समाप्त हो गई। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता Harish Rawat लाल कुआं में मोहन सिंह बिष्ट से 17000 वोटों से हार गए। यह एक ऐसा परिणाम था जिसे ना तो Harish Rawat समझ पाए और ना ही चुनावी विश्लेषक।
पूर्व मुख्यमंत्री Harish Rawat के लाल कुआं से हारने के बाद अब कांग्रेस के प्रदेश सचिव गोपाल रावत ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा है कि उनके आगे पीछे चलने वाले जो 9 नंबरी और दस नंबरी है उन्होंने ही Harish Rawat को हराने का कार्य किया है।
गोपाल रावत के मुताबिक, Harish Rawat के साथ चुनाव में उतरे दोनों नेताओं ने Harish Rawat को जमीन पर उतारने की बजाय उन्हें घेरे में रखा। इसके अलावा, Harish Rawat को कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करने की अनुमति नहीं थी, और ये 9 और 10 नंबर के नेता Harish Rawat को अपने बूथ में वोट करने के लिए मनाने में असमर्थ थे।