सीएम धामी ने बच्चों के संग मनाया फूलदेई पर्व, अन्न भोज में लिया पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद

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सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आज गैरसैंण में बच्चों के साथ फूलदेई पर्व मनाया. इस दौरान सीएम ने सभी बच्चों को फूलदेई लोकपर्व की शुभकामनाएं दी। वहीं कृषि विभाग द्वारा आयोजित श्री अन्न भोज में सीएम धामी सहित सभी मंत्री, विधायकों और अधिकारियों ने पहाड़ी व्यंजनों का लुत्फ उठाया।

उत्तराखंड के बेहद खास लोक पर्व फूलदेई की रौनक हर तरफ दिखाई दे रही है। आज सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी छोटे-छोटे बच्चों के साथ इस पर्व को मनाया। भराड़ीसैंण में मुख्यमंत्री आवास में रंग बिरंगे खूबसूरत कपड़े पहने बच्चों ने पारंपरिक मांगल गीतों के साथ सीएम धामी पर पुष्पों की वर्षा की। इस दौरान सीएम धामी ने बच्चों को शुभकामनाएं दी। वहीं भराड़ीसैंण में आयोजित अन्न भोज में सीएम ने पहाड़ी व्यंजनों का जमकर लुत्फ उठाया। सीएम धामी ने कहा किसी भी राज्य की संस्कृति एवं परंपराओं की पहचान में लोक पर्वों की अहम भूमिका होती है। विधानसभा सत्र के दौरान बच्चों के साथ फूलदेई पर्व मनाने का मौका मिला। हमें अपने लोक पर्वों एवं लोक परंपराओं को आगे बढ़ाने की दिशा में लागातार प्रयास करने होंगे। राज्य सरकार इस ओर कई कदम उठा रही है।

पुष्कर धामी ने कहा बच्चों को अपनी लोक संस्कृति और लोक पंरपराओं से जोड़े रखने के लिए लोक पर्व फूलदेई को आने वाले समय में संस्थागत तरीके से बाल पर्व के रूप में हर साल मनाया जाएगा। देवभूमि उत्तराखंड में मनाया जाने वाला लोक पर्व ‘फुलदेई’ हमारी संस्कृति को उजागर करता है. साथ ही पहाड़ की परंपराओं को भी यह पर्व कायम रखे हुए है। इस मौके पर छोटे-छोटे बच्चे लोगों के घरों में जाकर ‘फूलदेई छम्मा देई, दैणी द्वार भर भकार’ कहा. इसका मतलब होता यह देहरी (दहलीज) फूलों से सजी रहे, घर खुशियों से भरा हो। सबकी रक्षा हो अन्न के भंडार सदैव भरे रहे। उत्तराखंड में फूलदेई को फूल संक्रांति के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन घरों की दहलीज को फूलों से सजाया जाता है। मंदिर और घर की चौखट का तिलक करते हुए ’फूलदेई छम्मा देई’ कहकर मंगल कामना की जाती है। वहीं गैरसैंण विधानसभा सत्र के दौरान आज कृषि विभाग की ओर से भराड़ीसैंण में श्री अन्न (मिलेट) भोज का आयोजन किया गया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी इस दौरान मांगल गीत के बीच पहाड़ी व्यंजनों का आनंद लिया। कृषि विभाग की रफ से आयोजित अन्न भोज में तमाम पहाड़ी व्यंजन परोसे गए। जिनमें गैत का फानू, लाल चावल, कोदे की रोटी, अरसा, झंगोरे की खीर और आलू के गुटके बनाए गए थे। इस अन्न भोज में पुष्कर धामी, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी, वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, कृषि मंत्री गणेश जोशी ने एक ही टेबल पर सभी व्यंजनों का आनंद लिया। इसके अलावा इस अन्न भोज में विधायक, अधिकारी, कर्मचारियों और मीडिया के लोग भी शामिल हुए।


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