अल्माेड़ा। फर्जी आधार कार्ड से सिम लेकर खाते से लाखों की ठगी करने के दो आरोपित पुलिस ने दबोच लिए। दोनों आरोपितों को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि मामले के मास्टर माइंड पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुका था।
छानागोलू के ग्राम च्याली निवासी रमेश चंद्र ने 16 फरवरी को द्वाराहाट थाने में शिकायत दर्ज की थी। शिकायतकर्ता का कहना था कि उनके एसबीआई रानीखेत के खाते से 10 से 19 जनवरी के बीच धोखाधड़ी कर ठगों ने आनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 1118338 रुपये हड़प लिए। शिकायत के आधार पर द्वाराहाट थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया।
पूरे मामले की विवेचना द्वाराहाट थानाध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने की। पुलिस ने बीते शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के जिला बुलंदशहर पुख्ता बाजार जहांगीराबाद निवासी मुकुल कुमार को उसके कंप्यूटर जन सेवा केंद्र और मुरादाबाद जिले के ग्राम खैरखाती निवासी मो. यूसुफ को भी मोबाइल शाप से गिरफ्तार कर लिया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना के मास्टर माइंड मो. आसिफ ने पीड़ित का आधार कार्ड धोखे से प्राप्त कर उसमें अपनी फोटो लगाकर अपना फर्जी आधार कार्ड बनाया। उस आधार कार्ड से वादी के नाम का नया सिम लेकर शिकायतकर्ता के नाम का बैंक खाते से लिंक मोबाइल सिम प्राप्त करके सिम एक्टिव किया।
अपने फोन में एसबीआई योनो एप डाउनलोड करके अपने साथियों के अलग-अलग बैंक खातों से धनराशि ट्रांसफर करके हड़प ली थी। पुलिस टीम में डीसीआरबी प्रभारी अरुण कुमार, उप निरीक्षक मोहन सिंह सौन, कांस्टेबल भूपेंद्र पाल, बलराम, दया प्रकाश धौनी आदि रहे।
मास्टर माइंड समेत पांच आरोपित पूर्व में हो चुके गिरफ्तार
पुलिस विवेचना में मास्टर माइंड मो. आसिफ, विशेष शर्मा, सोमन ठाकुर, धीरज कुमार, मो. आरिफ सैफी को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि मुकुल और यूसुफ काफी समय से फरार चल रहे थे।