प्रदेश में कई जगह रविवार की सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान लोग घरों से बाहर निकल आए। यह झटके देहरादून, मसूरी से लेकर उत्तरकाशी तक महसूस किए गए। जिला मुख्यालय उत्तर काशी सहित डुंडा भटवाड़ी बड़कोट नौगांव क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रुद्रप्रयाग में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप की तीव्रता 4.7 रिक्टर रही। रविवार सुबह करीब 8.33 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। कहीं से कोई नुकसान की सूचना नहीं है। भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के चिन्यालीसौंड से 35 किमी दूर बताया जा रहा है। उत्तरकाशी जनपद की सीमा से सटे जौनसार के पर्यटन स्थल लाखा मंडल और बोंदूर खत के ग्रामीण इलाकों में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि भूकंप के हल्के झटके महसूस होने से लोग दहशत में आ गए। हालांकि किसी प्रकार के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। उधर टिहरी जिले में भी तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।डीएम अभिषेक रुहेला ने आपदा प्रबंधन परिचालन केंद्र से सभी तहसीलों से जानमाल के नुकसान की सूचना लेने के निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान तक कहीं से जान माल की सूचना प्राप्त नहीं हुई है। सभी तहसीलों से सूचना ली जा रही है। इससे पहले आठ अक्टूबर 2022 को पिथौरागढ़ जिले में मुनस्यारी क्षेत्र में भूकंप आया था। जिसकी तीव्रता 3.9 मेग्नीटड्ढूड रही और गहराई 10 किमी थी। दो अक्टूबर 2022 को भी उत्तरकाशी में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। जिसकी तीव्रता 2.5 रिक्टर थी। उत्तराखंड भूकंप के अति संवेदनशील जोन पांच में आता है। ऐसे में हिमालयी प्रदेशों में से एक उत्तराखंड में भूकंप के लिहाज से संवेदनशी राज्य है और यहां विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। बता दें कि उत्तराखंड में उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, कुमाऊं के कपकोट, धारचूला, मुनस्यारी भूकंप की दृष्टि से सर्वाधिक संवेदनशील है।
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