भूकम्प के झटकों से दहशत में लोग

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देर रात प्रदेश में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। जिसके बाद से लोग दहशत में हैं। देर रात के बाद सुबह करीब 6 .27 बजे पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता 4.3 मैग्नीटड्ढूड रही। भूकंप से प्रदेश में नुकसान की कोई खबर नहीं है। प्रदेश के कई क्षेत्रों में रात 1.57 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। ये झटका उस समय आया जब लोग गहरी नींद में थे। लोग घरों से बाहर निकल आए। वहीं, घरों की खिड़कियों को भी हिलता हुआ महसूस किया गया। नेशनल सेंटर ऑफ सिस्मोलाजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र नेपाल में था। इसके अलावा रुद्रप्रयाग जिले में भी भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया। जानकारी के अनुसार, ऊखीमठ,जखोली, अगस्त्यमुनि विकास खंड में 1 बजकर 57 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के तेज झटकों के कारण लोगों में अफरातफरी का माहौल बन गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, 9 नवंबर की देर रात करीब 1ः 57 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। देर रात 6.3 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी। वहीं मंगलवार देर रात हल्द्वानी सहित ऊधम सिंह नगर, चंपावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, बागेश्वर और नैनीताल में भूकंप के झटके से सहमे लोग गहरी नींद से घबराकर उठे और घरों से बाहर की तरफ भागे। पूरे उत्तराखंड में अफरातफरी का माहौल दिखा। झटका इतना तेज था कि घरों में लगे पंखे और खिड़की के दरवाजे तक हिलने लगे। नैनीताल जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल के कुलखेती में बताया जा रहा है। भूकंप का असर नेपाल के साथ ही पूरे भारत में बताया जा रहा है। उत्तराखंड से सटे सुदूर पश्चिम नेपाल के डोटी में मंगलवार रात 9ः07 बजे भी भूकंप का झटका महसूस किया गया था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.7 रही। भूकंप का प्रभाव नेपाल के करनाली और लुंबिनी जिले में रहा। उधर भूकंप से अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट के भंटी गांव के कुछ मकानों में दरारें पड़ने की खबर है। बुधवार सुबह 6 बजकर 29 मिनट पर फिर से 4.3 रेक्टर का भूकंप आया। जिसका केंद्र धारचूला का सुवा क्षेत्र है। यह क्षेत्र नेपाल सीमा से 26 किमी दूरी पर है। भूकंप से अभी तक जिले में कही नुकसान की सूचना नही है। नेपाल के डोटी जिले में जनहानि बताई जा रही है। रात 1.58 मिनट पर आए भूकंप से नकपाल के दोती जिले में एक घर गिरने से छह लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए। नेपाल सेना को भूकंप प्रभावित इलाकों में तलाशी और बचाव अभियान के लिए भेजा गया है।


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