कांग्रेस प्रदेश करन माहरा ने जोशीमठ प्रभावितों से की मुलाकात, राहत और बचाव कार्यों पर उठाए सवाल

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उत्तराखंड कांग्रेस के शिष्टमंडल ने लैंडस्लाइड प्रभावित जोशीमठ, गोपेश्वर और कर्णप्रयाग का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने प्रभावितों से मुलाकात की और राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली। वहीं अपने दौरे से लौटने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सरकार और प्रशासन पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा प्रभावितों को बांटी जा रही राहत सामग्रियों में भेदभाव किए जाने का आरोप लगया है।

उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत कांग्रेस के शिष्टमंडल ने गुरुवार को भू धंसाव प्रभावित जोशीमठ, गोपेश्वर और कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर का सघन दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और राहत एवं पुनर्वास कार्यों का भी जायजा लिया। जिसको लेकर उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा है। करन माहरा ने प्रभावित क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति और सरकार द्वारा आपदा प्रभावितों को राहत दिए जाने के संबंध में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कांग्रेसी नेताओं ने जोशीमठ भ्रमण के दौरान देखा कि वहां कोई भी ऐसा दुकान या प्रतिष्ठान नहीं था जिसके बाहर एनटीपीसी गो बैक के पोस्टर नहीं लगे हो। वहां हालात बद से बदतर हैं और लोगों की बहुत सारी शिकायतें प्रशासन से है। माहरा ने कहा सरकार और प्रशासन वहां विस्थापितों की संख्या कम करने की नीयत से काम कर रहा है। उन्होंने प्रभावितों को दी जा रही राहत सामग्रियों के वितरण में भी भेदभाव का आरोप लगाया। वहीं उन्होंने रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट के बयान पर भी हैरानी जताई। उन्होंने कहा अजय भट्ट का बयान है कि जब तक विशेषज्ञों और भू वैज्ञानिकों की रिपोर्ट नहीं आती है। तब तक यह नहीं बताया जा सकता है कि यह आपदा मानव जनित है या फिर प्राकृतिक आपदा है। उन्होंने कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के बयान पर भी कहा इसरो से हमारी बात हुई है और वेबसाइट को बंद करवाया गया है। उन्होंने इसे हास्यास्पद बताया। करन माहरा ने कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर में 38 परिवारों को शिफ्ट किए जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा इन परिवारों को 3 माह पहले शिफ्ट किया गया था लेकिन बहुगुणा नगर के लोगों को भी इन 3 महीने में आर्थिक सहायता नहीं मिली है। उन्होंने कहा दरारें पड़ने की वजह से वहां 35 मकान कभी भी गिर सकते हैं। जिससे सड़क पर चलने वाले लोगों पर खतरा उत्पन्न हो सकता है। गोपेश्वर में भी बड़ा भारी भूस्खलन हुआ है। जिसमें एक मोहल्ला खतरे की जद में है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह सब रेलवे टनल की वजह से हुआ है। इसी तरह की खबरें नैनीताल, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और मसूरी से भी आ रही हैं। उन्होंने कहा जोशीमठ संघर्ष समिति ने अपनी नाराजगी जताई है। संघर्ष समिति का कहना है कि पीपलकोटी में जोशीमठ के प्रभावितों को बसाने की बात सरकार एकतरफा कर रही है। पीड़ित लोगों को हटाने का काम कर रही है। ताकि जैसे चाहे लोगों को बसाने का काम किया जा सके। पीपलकोटी के लोग इससे संतुष्ट नहीं हैं और पानी की कमी बता रहे हैं।


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