फिर दहेज की वजह से बसने से पहले उजड़ गया एक घर! दुल्हन करती रही बारात का इंतजार, दूल्हा मांगता रहा स्विफ्ट कार

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भले ही सरकार पुलिस प्रशासन और समाजसेवी चाहे जितनी कोशिश कर लें, दहेज का दानव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। सरकार और सिस्टम दहेज प्रथा को खत्म करने की चाहे जितनी भी कोशिश कर ले लेकिन दहेज़ के दानव किसी भी सरकार और सिस्टम को नहीं मानते है। वो तो बस मुंह खोल कर दहेज की डिमांड करते हैं। फिर चाहे किसी का घर बसे या ना बसे। किसी की जान तक भी चली जाए पर इन लोगो को कोई फर्क नहीं पड़ता है ताज़ा मामला में हल्द्वानी वनभूलपुरा थाना क्षेत्र से सामने आया है। हल्द्वानी में एक युवती की बारात इसलिए नहीं आई कि दूल्हे को दहेज में स्विफ्ट डिजायर कार नहीं मिली। दुल्हन पक्ष बारात का इंतजार करता रहा। जब दूल्हा पक्ष को फोन किया गया तो उन्होंने विवाह की तारीख भूल जाने की बात कही। दूल्हे समेत पांच लोगों को पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

हल्द्वानी वनभूलपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत बुधवार 1 मार्च को एक बारात आनी थी। लेकिन दहेज के लोभी बारात लेकर नहीं आए। दुल्हन पक्ष में जब बारात नहीं लाने का कारण पूछा तो दूल्हे के परिवार वालों ने कहा कि वह बारात की तारीख भूल गए। अब बारात 10 मार्च को लेकर आएंगे. उससे पहले स्विफ्ट डिजायर कार दहेज में भेज दो. दुल्हन का भाई कोतवाली पुलिस की शरण में पहुंच गया। न्याय की गुहार लगाई है. पूरे मामले में पुलिस ने दूल्हे उसके पिता सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वनभूलपुरा थाना क्षेत्र के बरेली रोड स्थ्ति उत्तर उजाला निवासी युवक ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि उसकी बड़ी बहन का विवाह बिचौलिया इस्लाम के माध्यम से चमोली के थराली स्थित देवराड़ा निवासी समीर के साथ तय हुआ था। 22 अगस्त 2022 को सगाई वनभूलपुरा में ही हुई। सगाई में समीर का पिता नसीर अहमद व उसकी पत्नी गुड़िया व पुत्र समीर तथा छोटा पुत्र आरिश तथा पुत्री सेहरीन भी शामिल हुए थे।

सगाई में युवती के परिजनों के लगभग एक लाख रुपये खर्च हुए। दोनों पक्षों की सहमति से विवाह की तिथि 1 मार्च 2023 रखी गई। इसके पश्चात बराबर फोन पर बात होती रही तथा प्रार्थी ने अपनी बहन के विवाह के लिए शादी के कार्ड भी छपवा लिए थे। घूंघट वैंक्वेट बरेली रोड हल्द्वानी में बुकिंग के लिए एडवांस एक लाख रुपये की धनराशि माह दिसम्बर 2022 में जमा करा दी गई भेंट स्वरूप विवाह के समय फर्नीचर जिसमें टेबल, सोफा, पलंग, गद्दे आदि सामान के लिए 1 लाख साठ हजार रुपये भी दिए गए। लगभग 39 हजार रुपये का इलेक्ट्रॉनिक सामान और बर्तन 17,745 रुपये में खरीदे गए। खाना बनाने वाले को 70 हजार रुपये एडवांस भी दिया गया। इन सभी तैयारियों में युवती के परिजनों के लगभग 3,86,745 रुपये खर्च हुए। घर में शादी की पूरी तैयारी चल रही थी। लेकिन बुधवार सुबह जब परिवार वालों ने दूल्हे और दूल्हे के परिवार वालों से बात की तो परिवार वाले कहने लगे कि वह शादी के तारीख भूल गए हैं। अब शादी 10 मार्च को करेंगे, लेकिन उससे पहले दूल्हे की स्विफ्ट डिजायर कार की मांग है। 10 तारीख को बारात से पहले स्विफ्ट डिजायर कार भेज दो। दुल्हन पक्ष के लोगों ने कार देने में असमर्थ जताई। जिसके बाद दुल्हन की बुआ के माध्यम से वैगनआर कार देने का दबाव बनाने लगे। आरोप है कि दूल्हे पक्ष के लोगों ने कहा कि जब तक कार नहीं मिलेगी बारात नहीं आएगी। दुल्हन पक्ष का आरोप है कि अचानाक समीर के पिता नसीर ने उनसे स्विफ्ट डिजायर की मांग कर दी। दुल्हन पक्ष के लोगों का आरोप है कि दूल्हे के परिवार वाले लालची हैं और दूल्हे की इससे पहले चार बार शादी टूट चुकी है। वह इस पूरे मामले में वनभूलपुरा पुलिस ने दूल्हे उसके पिता सहित पांच लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


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