खनन प्रेमी मुख्यमंत्री की वजह से डबल इंजन सरकार पिछले 5 सालों में अपने खनन राजस्व लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाई, कॉन्ग्रेस ने लगाया आरोप 

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आज देहरादून के कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश प्रवक्ता गौरव वल्लभ और उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव ने प्रेस वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर एक बार फिर से खनन प्रेमी होने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा,”समतलीकरण के नाम पर बिना टेंडर के खनन पट्टों का आवंटन क्यों? 2021 की खनन नीति जिसके तहत समतलीकरण के नाम पर प्राइवेट लोगों को बिना टेंडर जारी किए खनन के पट्टे आवंटित कर दिए गए, जिसे माननीय हाइकोर्ट ने भी असंवैधानिक माना है और तो और तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा सरकार ने इसके लिए भारत सरकार की अनुमति भी नहीं ली, जिसे लेना आवश्यक होता है। खनन प्रेमी मुख्यमंत्री के संरक्षण में चलता अवैध खनन आचार संहिता लगने से कुछ दिन पूर्व ही खनन प्रेमी मुख्यमंत्री ने अपने जनसंपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट को फिर से बहाल कर दिया। नंदन सिंह बिष्ट को बागेश्वर में खनन सामग्री के साथ पकड़े गए डंपर को छोड़ने के लिए पुलिस प्रशासन को पत्र लिखने के लिए हटाया गया था। 

आगे बोलते हुए गौरव वल्लभ ने कहा,” भाजपा के कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद पर तो उन्हीं की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अवैध खनन का आरोप लगाया। लोहाघाट के एसडीएम ने जब खनन माफिया की नकेल कसी तो खनन प्रेमी मुख्यमंत्री के साथ ही भाजपा आहत हो गयी और जनभावनाओं की अनदेखी कर उनका तत्काल प्रभाव से तबादला तक कर दिया तो ये अवैध खनन प्रेम नहीं तो और क्या है?

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद सबसे पहले वहां अवैध खनन पर रोक लगाएंगे।


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