गैरसैंण। उत्तराखंड बजट सत्र 13 मार्च से गैरसैंण के भराड़ीसैंण में आयोजित होने जा रहा है। इस बजट सत्र में भाग लेने के लिए सीएम धामी और राज्यपाल गुरमीत सिंह गैरसैंण पहुंचे हैं। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी समेत कई कैबिनेट मंत्री और विधायकगण भी गैरसैंण पहुंच गए हैं। इस दौरान सीएम धामी ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी से भी मुलाकात की।
मुख़्यमंत्री श्री @pushkardhami ने आज गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में राज्यपाल @LtGenGurmit से शिष्टाचार भेंट की। pic.twitter.com/Y2WkePHFY1
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) March 12, 2023
इसी कड़ी में ऋतु खंडूड़ी ने भराड़ीसैंण विधानसभा में हवन पूजन कर प्रदेशवासियों की सुख शांति की कामना की। इस मौके पर ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि पूरा विश्वास है कि बजट सत्र शांति और सुचारू रूप से चलेगा, जिससे प्रदेश का विकास होगा।
आज भराड़ीसैंण विधानसभा भवन के अपने कार्यालय कक्ष में हवन पूजन कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।#uttarakhandvidhansbha #Bhararisain #BudgetSession pic.twitter.com/pQwYJN4As7
— Ritu Khanduri Bhushan (@RituKhanduriBJP) March 12, 2023
Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami met LoP Yashpal Arya & Speaker Ritu Khanduri Bhushan at Bhararisain earlier today, ahead of the Assembly budget session. pic.twitter.com/w1hVX9YkYY
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 12, 2023
उत्तराखंड की पंचम विधानसभा का बजट 13 मार्च से ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण में आयोजित किया जा रहा है, जो 18 मार्च तक चलेगा। इस दौरान सुरक्षा और विधि व्यवस्था को कायम रखने के लिए पूरे विधानसभा क्षेत्र में 4 जोन और 7 सेक्टर बनाए गए हैं। इनमें 4 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 13 पुलिस उपाधीक्षक, 25 इंस्पेक्टर, 60 एसआई, 140 एएसआई, 250 कांस्टेबल, 5 कंपनी पीएसी के अतिरिक्त एलआईयू और फायर सर्विसेज कार्मिक तैनात रहेंगे. इसके अलावा चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी से भी निगरानी रखी जाएगी। इस मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी के सभापतित्व में आज विधानसभा भवन में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक संपन्न हुई । बैठक में सत्र के काम-काज के संबंध में एवं कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। अध्यक्ष जी ने आश्वस्त किया है की विधायकों पर अपना अभिमत प्रस्तुत करने और जनमानस की भावनाओं को सदन के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने के लिए अधिकतम अवसर प्रदान करेंगी।