प्रदेश में एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय से डीएवी कॉलेज सहित 10 महाविद्यालयों के एफिलेशन रद्द किये गये हैं। एफिलेशन रद्द किये जाने से छात्रों में आक्रोश है। वहीं इस मामले में कॉलेज प्रशासन का कहना है कि अभी इस मामले पर आखरी फैसला नहीं हुआ है। डीएवी कॉलेज सहित उत्तराखंड के 10 अशासकीय विश्वविद्यालयों को हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय की बोर्ड बैठक मैं डी एफिलेशन का प्रस्ताव पास कर दिया है। डी एफिलेशन की खबर सुनने के बाद से ही छात्रों में गहरा असंतोष है। छात्रों का कहना है कि उन्होंने केंद्रीय विश्वविद्यालय की वजह से डीएवी कॉलेज सहित इन कॉलेजों में प्रवेश लिया है लेकिन इस तरह से अचानक विश्वविद्यालय द्वारा संबद्धता रद्द करने से छात्र असमंजस की स्थिति में है। बुधवार को देहरादून डीएवी कॉलेज छात्र संगठन के लोगों ने कॉलेज के प्राचार्य से ज्ञापन दिया। छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय द्वारा लिया गया फैसला बिल्कुल न्याय संगत और तर्कसंगत नहीं है। छात्र नेता अकीब का कहना है कि एचएनबी विश्वविद्यालय द्वारा लिया गया यह फैसला छात्रों को चौंकाने वाला है। खासतौर से जो छात्र एक केंद्रीय विश्वविद्यालय के तौर पर कॉलेजों में पढ़ रहे थे। उनका कहना है कि इसमें कॉलेज प्रशासन और राज्य सरकार की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है। इन्हें छात्रों के भविष्य को लेकर के एक बेहतर फैसला लेना चाहिए। दूसरी तरफ कॉलेज के प्राचार्य केआर जैन का कहना है कि यह फैसला विश्वविद्यालय के बोर्ड द्वारा लिया गया है। हालांकि इस पर अभी राज्य और केंद्र सरकार को फैसला करना है।