लखनऊ। भूगर्भ जल सप्ताह के दौरान राज्य सरकार ने प्रदेश के गांव-गांव में भूजल संरक्षण की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने और इसे जनआंदोलन बनाने की बड़ी तैयारी की है। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अभियान को गति देते हुए 5 कालीदास मार्ग से ”डिजिटल भूजल रथ” को फ्लैग ऑफ किया।
उन्होंने डिजिटल भूजल रथ का फ्लैग ऑफ करते हुए जल संकट से उबरने के लिये राज्य सरकार की ओर से चलायी जा रही अटल भूजल योजना के उद्देश्यों और उपलब्धियों को बताया। सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 2017 से 2021 के बीच यूपी में भूजल स्तर में बड़ा सुधार आया है। पहली बार यूपी में 35 जिलों में भूजल स्तर बढ़ा है। 82 विकास खंड जो डार्क जोन में थे, उनमें से 25 विकास खंड (अति दोहित) डार्क जोन से बाहर निकल चुके हैं।
सीएम योगी ने नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की भूगर्भ जल के संरक्षण के लिए शुरू किए गए अभियान की प्रशंसा भी की। उन्होंने जनता से जल संरक्षण को जन आन्दोलन के रूप में परिवर्तित करके भूजल स्तर को बढ़ाने और यूपी को खुशहाल बनाने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि यूपी में 16 से 22 जुलाई तक भगर्भ जल सप्ताह मनाया जा रहा है। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि बरसात की एक-एक बूंद जल के संचयन का प्रयास करेंगे तो खारा पानी की समस्या भी दूर होगी।
कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव भी मौजूद रहे। जल शक्ति मंत्री ने डिजिटल भूजल रथ के फ्लैग ऑफ पर कहा कि जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सरकारी योजनाओं के साथ-साथ जन समुदाय को भी जन आन्दोलन से जोड़ना होगा। प्रमुख सचिव ने भूगर्भ जल विभाग की ओर से भूजल प्रबंधन की विभिन्न संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी दी।
इस संदर्भ में उन्होंने अपने विभाग के सभी अधिकारियों को जन भागीदारी द्वारा अटल भूजल योजना को गतिशील और पारदर्शिता के आधार पर क्रियान्वित करने के लिये कहा। कार्यक्रम के अन्त में निदेशक, भूगर्भ जल विभाग वीके उपाध्याय ने धन्यवाद ज्ञापित किया और विश्वास दिलाया कि इस डिजिटल भूजल रथ से न सिर्फ जन-जन तक परियोजना का महत्व प्रसारित होगा बल्कि परियोजना को भी गति मिलेगी।