इंदौर। नगर निगम चुनावों की तारीख तय होते ही आचार संहिता लग चुकी है। ऐसे में एक तरफ नए कामों पर ब्रेक लग चुका है वहीं ऐसे अधिकारियों की सूची तैयारी की जानी है जिन्हें जिले में तीन साल से अधिक हो चुके हैं। इस तरह से सबसे ज्यादा अधिकारी नगर निगम में ही है। यहां प्रतिनियुक्ति पर अधिकारी-कर्मचारी आए और यहीं के होकर रह गए। हर चुनाव में उनका ट्रांसफर होता है, कुछ दिन बाहर रहते हैं, फिर तगड़ी सेटिंग लगने का इंतजार करने से पहले ही प्रतिनियुक्ति पर तैनात 20 अधिकारियेां और कर्मचारियों को उनके मूल विभाग के लिए रिलीव कर दिया।
वहीं बात इंदौर की करें तो यहां नेपानगर ट्रांसफर होने के बावजूद सहायक आयुक्त परागी गोयल को रिलीव नहीं किया गया। इसी तरह चंद्रशेखर निगम भी अंडर ट्रांसफर हैं। रिलीव होने का इंतजार है। ऐसे में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ अफसरों को छोडऩा तो दूर की बात रही। बुधवार को आचार संहिता लग गई। इसके बाद से नगर निगम के गलियारों में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों के भविष्य को लेकर चर्चा का दौर शुरु हो गया। प्रतिनियुक्ति के अलावा ऐसे अफसर भी चर्चा का विषय हैं जिन्हें इंदौर में पदस्थ रहते हुए तीन साल से अधिक हो चुके हैं।
इनमें अपर आयुक्त वीरभद्र शर्मा और संदीप सोनी शामिल हैं। उपाुयक्त के रूप में लता अग्रवाल को 17 साल से ज्यादा हो चुके हैं। 2009 से 2015 के निगम चुनाव के बीच कई बार ट्रांसफर हुआ। बाद में ट्रांसफर ऑर्डर कैंसिल हुआ या फिर कुछ दिन दूसरे जिले में रहकर फिर अग्रवाल इंदौर पहुंच गई। 2020-21 में भी ट्रांसफर हुआ था। ऑर्डर के खिलाफ अग्रवाल कोर्ट चली गईं। कोर्ट ने ट्रांसफर पर स्टे दे दिया था। प्रतिनियुक्ति पर आए अफसरों में इंजीनियर भी शामिल हैं। इनमें जीडी सुतार, नागेंद्रसिंह भदौरिया, पीसी जैन, अवधेश जैन, जितेंद्र जमींदार, डीआर लोधी और महेश शर्मा शामिल हैं। ये सभी उपयंत्री से लेकर कार्यपालन यंत्री स्तर तक के इंजीनियर अरसे से इंदौर में पदस्थ हैं। मौजूदा पार्षदों से लेकर ऐसे मैदानी कार्यकर्ताओं के संपर्क में भी रहते हैं जो चुनाव लड़ चुके हैं या लडऩे वाले हैं।
इसीलिए यह माना जा रहा है कि इन इंजीनियरों पर चुनाव आयोग की गाज गिर सकती है और इनमें से कई की चुनाव से पहले विदाई होना तय माना जा रहा है। तीन सितम्बर 2020 को आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास निकुंज श्रीवास्तव ने एक आदेश जारी करते हुए प्रतिनियुक्ति पर आए अधिकारी और कर्मचारियों को रिलीव करने के संबंध में आदेश जारी किया था। इस आदेश का पालन करते हुए भोपाल नगर निगम ने 2021-22 में 26 लोगों की सूची तैयार की गई थी। इनमें इंदौर नगर निगम के सहायक राजस्व निरीक्षक सुमित्रा सावले, मनीषा सोलंकी, विभा शर्मा, रामरतन लोहिया और आलोक फुलाड़े शामिल हैं। 26 मई को सभी भोपाल से रिलीव हो चुके हैं।