मेहमानों के स्वागत के लिए तैयार ओणी गांव! संस्कृति और आधुनिकता की दिखेगी झलक

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मई माह में नरेंद्र नगर ब्लॉक के ओणी गांव में जी 20 शिखर सम्मेलन प्रस्तावित है। ऐसे में विदेशी मेहमानों के मेजबानी के लिए ओणी गांव पूरी तरह से तैयार है। सम्मेलन के आयोजन से पहले सरकार ने गांव की सूरत पूरी तरह से बदल दी है। पंचायत भवन से लेकर विद्यालयों तक को आधुनिक सुविधाओं से लैस कर दिया गया है। वन विभाग गांव में म्यूजियम तैयार कर रहा है तो पहाड़ी संस्कृति और विरासत से रूबरू कराने के लिए घरों की दीवारों को भी चमका दिया गया है। दरअसल ओणी गांव में 26 से 28 मई तक जी 20 बैठक होनी है। इस दौरान बैठक में शामिल होने वाले मेहमान के सामने उत्तराखंड के पारंपरिक पकवान, वेशभूषा, परिधान, आजीविका के साधन, विकास और स्वरोजगार के माध्यमों का प्रदर्शन होगा। अभी तक संकरी नजर आने वाली गांव की 4 किलोमीटर सड़क को भी डेढ़ लेन कर दिया गया है। सिंचाई के लिए गांव में नलकूप का निर्माण भी किया गया है। सुचारू विद्युत आपूर्ति के लिए सोलर प्लांट स्थापित किए गए है. गांव के पंचायत भवन और आंगनबाड़ी केंद्र की सूरत भी बदल दी गई है। मेहमानों को भारतीय लोकतंत्र की पहली इकाई यानी पंचायत के कामकाज से अवगत कराने की तैयारी भी है। दिलचस्प बात यह है कि 600 से ज्यादा आबादी वाले ओणी में पलायन न के बराबर बताया जा रहा है। प्रशासन ने गांव के पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केंद्र का कायाकल्प किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जी 20 सम्मेलन गांव के विकास में एक क्रांतिकारी कदम होगा। इससे देश-दुनिया में ओणी की अलग पहचान बनेगी, जिससे रोजगार के नए-नए माध्यम स्थानीय युवाओं के लिए खुलेंगे। ग्राम प्रधान रविंद्र पुंडीर ने कहा सम्मेलन के लिए ओणी का चयन सौभाग्य की बात है। आयोजन से पहले गांव की तस्वीर पूरी तरह से बदल गई है। बुनियादी सुविधाओं का आधुनिक तरीके से विकास हुआ है। सभी व्यवस्था दुरूस्त होने से गांव रोजगार की दिशा में भी आत्मनिर्भर होने की तरफ बढ़ा है। सम्मेलन से गांव का विकास और ज्यादा होगा।


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