रामनगर में बीते गुरुवार की देर शाम वन प्रभाग के कोटा रेंज के अंतर्गत ओखलडूंगा ग्राम सभा की राजस्व भूमि पर तारों में मादा गुलदार फंसे होने की सूचना वन प्रभाग को मिली थी। जिसके बाद रामनगर वन प्रभाग में हड़कंप मच गया था। सूचना पाकर पहुंची वन विभाग की टीम ने काफी मसक्कत के बाद गुलदार का सुरक्षित रेस्क्यू किया था। साथ ही वन विभाग ने संबंधित के खिलाफ वन अपराध के तहत केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी थी। गुलदार का पैर किसी तार नुमे फंदे;खड़केद्ध में फंसा हुआ था जिसमे विभाग को आशंका थी कि तार फंदे के रूप में किसी लकड़ी से बंधा होगा और जब गुलदार ने पैरों से फसे फंदे को हटाने की कोशिश की होगी तो वह नहीं छूटा होगा, जिसके बाद गुलदार के जोर लगाने पर वो लकड़ी का खूंटा उखड़ गया । जिसके बाद गुलदार उस तार से बधे लकड़ी को भी घसीटता हुआ भागने लगा और एक झाड़ी में लकड़ी की वजह से फंस गया और उसका पैर भी चोटिल था। वन प्रभाग के डीएफओ कुंदन कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन करते हुए जांच शुरू कि,जिसमे आज जांच करते हुए एसओजी व रामनगर वन प्रभाग की कोटा रेंज की टीम ने एक आरोपी को गिरप्तार कर लिया,जिसका नाम गंगा सिंह पुत्र अनूप सिंह निवासी ओखलडूंगा है,जिसके द्वारा अपना जुर्म भी कबूल कर लिया गया है। जिसको वन प्रभाग रामनगर द्वारा गिरप्तार करते हुए न्यायालय में पेश कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। वही मामले का खुलासा करने वाली टीम में एसडीओ पूनम कैंथोला, एसओजी के टीम प्रभारी कैलाश चंद्र तिवारी,सुंदर सिंह वन दरोगा,विमल चौधरी वन आरक्षी,सरिता आर्या वन आरक्षी,पूजा बुल्लाकोटी,विनोद कुमार शर्मा एव वन प्रभाग की कोटा रेंज की टीम में रेंज अधिकारी रमेश चंद्र ध्यानी,अनिल भदोला,जगदीश चंद्र पांडे,भगवती प्रसाद, गौरव पंत आदि वन प्रभाग की टीम शामिल थी।